गिलोय व इसकी पहचान क्या है।what is giloy,occour recognize and its type:-
गिलोय भारत के विभिन्न प्रांतों में मिलने वाली एक लतादार बेल है।यह अक्सर पेड़ो पर लटकी हुई पाई जाती है।इसे गिलोय अमृता, चक्रांगी इत्यादि नामों से जाना जाता है। इनकी पत्तियां पान के आकार की होती हैं।
गिलोय का औषधीय गुण । medical properties of Giloy
गिलोय में गुण पाया जाता है जो हमारे शरीर को रोगों से रक्षा करता है। गिलोय बुखार में अत्यधिक उपयोगी है। नीम के पेड़ पर की Giloy ज्यादा उपयोगी मानी जाती है इसके अलावा इसमें antioxidants भी होता है।
- रोग प्रतिरोधक/Immunity :- गिलोय हमारे शरीर की इम्यूनिटी को बूस्ट करने में बहुत ज्यादा लाभदायक है।इसमें प्रचूर मात्रा में antioxident elements पाए जाते हैं, जो आपके शरीर से toxic चीजों को बाहर निकालने में मदद करती है। दोस्तो अगर आपको लगता है कि आपके व आपके बच्चो की इम्यूनिटी बहुत अच्छी नहीं है तो आप गिलोय का प्रयोग बिल्कुल कर सकते हैं।
- कब्ज:- अगर आप हमेशा कब्ज से ग्रसित रहते हैं, पेट साफ नहीं होता तो इसमें गिलोय काफी लाभकारी है।गिलोय के प्रयोग से आप धीरे धीरे कब्ज से राहत पा जाएंगे।
- मधुमेह/diebities:- अक्सर देखा गया है कि डाइबिटीज के पेशेंट गिलोय का सेवन करते हैं तो बहुत ही अच्छा risponse मिलता है।यह शुगर लेबल को कम करने में मदद करता है।अगर आपका सुगर लेवल कम है तो आप गिलोय का सेवन बिल्कुल भी न करें।
- अस्थमा/खांसी/Ashtmatic:- अगर आपको cough,cold,asthma आदि परेशानियां हैं।बच्चे बूढ़ेया किसी को भी ये परेशानियां ज्यादा प्रभावित कर रही हो तो वो गिलोय का प्रयोग कर सकता है।इससे आपकी प्रतिरोधक क्षमता भी बढेगी।
- आंखो की रोशनी/Eye sight:- यदि आपकी या आपके बच्चो की Eye sight बहुत ज्यादा कमजोर है अथवा बच्चो में छोटी आयु से ही चश्मा लग गया हो तो आप गिलोय का सेवन करिए।इससे धीरे धीरे आपकी Eye Improve ho जायेगी।
- गठिया/Arthritis:-गिलोय में Anti-inflammatory element पाया जाता है। गठिया रोग, चलने में परेशानी, जोड़ो में दर्द हो तो आप गिलोय का सेवन कर सकत हैं।यह बहुत ज्यादा लाभप्रद है।
- पेशाब/Urinary problem:- गिलोय Urinary problem में काफी लाभदायक है यदि आपके पेशाब में जलन है, रुक रुककर आती है या बार बार आती है अथवा urine proper flow नहीं हो रही हो तो आप गिलोय का प्रयोग करें। धीरे धीरे आपके पेशाब की समस्या में सुधार आ जाएगा।
- बवासीर/Piles:- pet में कब्ज होने के कारण ही बवासीर की समस्या शुरू होती है।इसलिए ज्यादा तेल मसाला न खाएं।हरे पत्तेदार सब्जियां ही खाएं।गिलोय का भी सेवन करते रहें।
- लिवर/:- दोस्तो यदि आपके लिवर में सूजन है,आपका liver function सही से काम नहीं कर रहा है या fatty live है इन सारी समस्त परिस्थितियों में गिलोय बहुत कारगर है ।ये आपके liver function को अच्छा रखेगा।
- त्वचा संबंधी रोग/skin infection:- गिलोय हर प्रकार के skin infection में अच्छा फायदेमंद रहता है।अगर आपको त्वचा सम्बन्धित बीमारियां जैसे - Pimples, fungal infections, Akne हों तो गिलोय का प्रयोग करें।
गिलोय खाने से नुकसान क्या क्या है।What precaution use in take Giloy:-
गिलोय से लाभ होने के साथ साथ इसके कई दुष्प्रभाव भी हैं । जिनका शुगर लेवल धीमा रहता हो उन्हें गिलोय का सेवन नहीं करना चाहिए अन्यथा शुगर लेवल और भी गिर सकता है। गिलोय के अत्यधिक सेवन से पेट दर्द व शौंच क्रिया में परेशानी हो सकती है।
गिलोय की सेवन कैसे करें what dose use Giloy:-
अगर आप बूस्ट करना चाहते हैं तो रोजाना आधा गिलास 250 गिलोय जूस पिया करें। किसी बीमारी में आवश्यकतानुसार 1-2 गोली व डाक्टर के सलाह के अनुसार लें।
दुकान पर गिलोय कैसे खरीदें किन किन नामो से मिलता है। Whats brand we buy Giloy on store:-
आजकल दुकान या आयुर्वेद मेडिकल स्टोर पर गिलोय की घनवटी,गिलोय का पाउडर व गिलोय का स्वरस आसानी से मिल जाता है। आप पतंजलि, वैद्यनाथ, श्री श्री तत्व, डाबर इत्यादि ब्रांड के गिलोय खरीदकर सेवन कर सकते हैं। इनमे से पतंजलि गिलोय स्वरस ज्यादा पसंदीदा है।लेखक स्वयं पतंजलि गिलोय का उपयोग करता है।
अस्वीकरण/Disclaimer:-
उपर्युक्त सलाह केवल सामान्य जानकारी है।अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या चिकित्सक की सलाह लें।लेखक इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है।
!! लेख को अंत तक पढ़ने के लिए धन्यवाद !!